चीन की बड़ी चाल पैंगोंग झील के पास बना रहा है अंडरग्राउंड बंकर, सैटेलाइट तस्वीरों का बड़ा खुलासा
चीन की चालाकी अब खुलकर सामने आने लगी है। पूर्वी लद्दाख में मौजूद पैंगोंग झील के पास में वो खुदाई का काम कर रहा है। मतलब साफ है की वो यहां पर ईंधन और हथियारों का भंडार बनाएगा जिसके लिए भूमिगत बंकर पर तेजी से काम हो रहा है। यही नहीं उसने यहां पास में एक अड्डे को तैयार किया है जहां उसके बख्तरबंद वाहन खड़े रहेगें। इस बात का खुलासा अमेरिकी फर्म ब्लैकस्काई ने सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए किया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट बताती है की पैंगोंग झील के पास मौजूद पहाड़ों की बीच चीनी पीएलए का बेस भी तैयार है। और ये बेस चीनी सैनिकों का हेडक्वार्टर है। ये वही जगह है जहां पर भारत हमेशा अपना दावा करता आया है। ये जगह वास्तविक नियंत्रण रेखा से करीब 5 किमी दूरी पर है।
2020 से पहले एलएसी की इस जगह पर कोई इंसानी निवास नहीं था।
चीन ने अपने बंकर के करीबन 8 गेट बनाए हैं
सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है की ये जो भूमिगत बंकर चीन ने बनाया है उसके आठ ढलान वाले गेट हैं। और इसमें करीबन पांच एंट्री गेट हैं। साथ यहां पर चीनी सैनिकों के लिए मजबूत आश्रय और ढ़की हुई पार्किंग भी बनाई गई है। बात साफ है की चीन इसका इस्तेमाल अपने हथियारों और आश्रय को गाइडेड हथियारों से बचाने के लिए करेगा। साथ ही चीन ने यहां पर सड़कों और फाइबर ऑप्टिक्स का जाल भी बिछा रखा है ताकी उसका नेटवर्क मजबूत हो सके।
अगर बात की जाए इस लोकेशन की तो ये गलवान घाटी से मात्र 120 किमी की दूरी पर है, जहां पर जून 2020 में भंयकर झड़प हुई थी।
अभी तक भारतीय सेना की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। आपको बता दें की चीन इस बात को अच्छे से जानता है की भारतीय सेना का तोड़ उसके पास नही है। यही वजह है की वो अपनी सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए सुरंगे बना रहा है।